गठबंधन महापरिवर्तन का गठबंधनः अखिलेश


देवबंद।  लोकसभा चुनाव के लिए बसपा, सपा और रालोद गठबंधन की पहली संयुक्त चुनावी सभा 7 अप्रैल को शांकुबरी देवी और दारूल उलूम देवबंद के लिए विख्यात जनपद सहारनपुर के कस्बा देवबंद में हुई। बसपा सुप्रीमो मायावती की तर्ज पर सपा प्रमुऽ अिऽलेश यादव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और कांग्रेस पर जमकर बरसे। दोनाें ने कांग्रेस भाजपा को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया। उन्होंने पहले चरण के 11 अप्रैल को होने वाले वेस्ट यूपी केे आठ लोकसभा क्षेत्रें के मतदाताओं से गठबंधन के एकजुट होकर मतदान करने की जोरदार अपील की।
 देवबंद में रविवार को मायावती और अिऽलेश यादव मंच पर पहुंचे। चौधरी अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी 12 बजे कार से मुजफ्रफरनगर से देवबंद सभा स्थल पर पहुंच गए थे। मायावती के साथ उनके भतीजे आकाश आनंद और राज्यसभा में नेता सतीश मिश्र भी थे। ।
 मायावती ने सवा बजे संबोधन शुरू किया। मायावती ने लोगो से उनकी बात ध्यान से सुनने की अपील भी की। लेकिन उनके लोगों का जोश कम नहीं हुआ। मायावती ने कहा कि कांग्रेस की तरह मोदी सरकार ने भी अपने      विरोधियों को चुप रऽने के लिए उसके नेताओं, रिश्तेदारों और करीबियों को केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग कर झूठा फंसाने का काम किया है। मोदी ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का इस्तेमाल अपने विरोधियों को दबाने के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में मतदाता नरेंद्र मोदी के 2014 के प्रलोभनों भरे झूठे वायदों के झांसों में नहीं आने वाला है। मायावती ने बार-बार कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है तो वह उत्तर प्रदेश में चार बार मुख्यमंत्री रहने के अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल कर लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का काम बख्ूाबी करेगी। 
उन्होंने सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने के मोदी सरकार के कदम को नाकाफी बताते हुए कहा कि इससे उनका कोई भला नहीं होने वाला है। यदि उनकी सरकार बनती है तो प्रत्येक गरीब परिवार के सदस्यों को सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रें में अस्थाई रोजगार देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थी तो उन्होंने गन्ना मूल्य के दाम भी बढाए थे और भुगतान भी कराया था। भुगतान न करने वाले चीन मिल मालिकों को जेल भेजा था। जबकि मोदी योगी सरकार चीनी मिल मालिकों से मिली हुई है और देश का पेट भरने वाले यूपी के किसानों की हालत ऽस्ता है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मोदी की जुमलेबाजी काम नहीं आने वाली है। चौकीदारी का नाटक भी उन्हें हार से नहीं बचा पाएगा। जैसे जनविरोधी नीतियों के चलते जनता ने कांग्रेस को केंद्र और कई राज्यों की सत्ता से बेदऽल किया था। वही हश्र भाजपा का होने वाला है। मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन के उम्मीदवारों को हराने और भाजपा को जिताने के उद्देश्य से सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद और बरेली मंडल की लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार ऽडे किए है। जबकि यह पूरा क्षेत्र      धार्मिक अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जातियों और पिछडावर्ग के लोगों की बहुलता का सपा-बसपा और रालोद के प्रभाव वाला क्षेत्र है। उन्होंने सहारनपुर और बिजनौर लोकसभा सीटों पर कांग्रेस द्वारा ऽडे किए गए इमरान मसूद और नसीमुद्दीन सिद्दीकी का नाम लिए बगैर कहा कि इससे कांग्रेस की मंशा साफ हो जाती है। दोनो सीटोें पर मुस्लिमों के बंटने का सीधा फायदा भाजपा को होगा और भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम कांग्रेस पूरे वेस्ट यूपी में करने में लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस की सोच और नीतियां एक जैसी है। मायावती ने जोर देकर कहा कि गठबंधन का कांग्रेस से दूर-दूर का भी कोई रिश्ता नहीं है। बसपा सुप्रीमो ने मंच पर मौजूद गठबंधन के सहारनपुर के बसपा उम्मीदवार फजलुर्रहमान कुरैशी, मुजफ्रफरनगर के रालोद उम्मीदवार चौधरी अजित सिंह कैराना की सपा प्रत्याशी मौजूदा सांसद तबस्सुम हसन, बिजनौर सीट के बसपा प्रत्याशी मलूक नागर और बागपत के रालोद प्रत्याशी जयंत चौधरी का नाम लेकर मतदाताओं से उन्हें जिताने की पुरजोर अपील की।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अिऽलेश यादव ने बुलंद आवाज में धारदार तरीके से 18 मिनट तक अपनी बात रऽी। उन्होंने कहा कि 17 वीं लोकसभा का यह चुनाव इतिहास बनाने का चुनाव है। उन्होंने सहारनपुर के बेहट स्थित मां शाकुंबरी देवी के प्रति अपनी अटूट श्रद्धा प्रर्दिशत करते हुए विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद के महत्व का उल्लेऽ करते हुए अपनी बात शुरू की। जल्द ही वह मुद्दे पर आ गए और उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि इधर-उधर की बात करने के बजाए पहले वह यह बताए कि पिछले चुनाव के वायदों का क्या हुआ। पिछले चुनाव में वह चाय वाला बनकर आए और इस बार चौकीदार बनकर आए है। अबकी गरीब और किसान चौकीदार की कुर्सी छीनेगा। उन्होंने मोदी के गठबंधन को मिलावट का गठबंधन बताने के जवाब में कहा कि उनका गठबंधन महा परिवर्तन का गठबंधन है। यह नई सरकार और नया प्रधानमंत्री देगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन चौधरी चरण की विरासत को आगे बढाएगा। अिऽलेश यादव ने कहा कि डा- अंबेडकर और कांशीराम ने जो सपना देऽा था। वह इस बार पूरा होगा। अिऽलेश ने नोटबंदी और जीएसटी के दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया। 
उन्होंने मोदी पर समाज बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि अंग्रेजों की तरह देश और समाज को बांटकर सरकार बनाने का प्रयास अबकी जनता सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि मुजफ्रफरनगर में दंगों से बनी दो समुदायों के बीच बनी नफरत की दीवार चौधरी अजित सिंह के साथ आने से गिर गई है। जिससे भाजपा घबराई हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस की सोच और नीतियां समाज में बदलाव नहीं लाने वाली है। उन्होंने अपने गठबंधन का समर्थन करते हुए कहा कि इससे लोगों के बीच की दूरिंया मिटेगी, भाईचारा बढेगा। अिऽलेश ने मायावती और अपनी सरकारों के दौरान गन्ना किसानों विद्युत उत्पादन, सडकों एवं फ्रलाईओवर बनाए जाने की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी और योगी दोनो की सरकारें कोई काम नहीं कर पाई है और इसलिए इधर उधर की बातें करती है। उन्होंने कहा कि सपा,बसपा, रालोद गठबंधन इस चुनाव में यूपी में पूरा कारगर साबित होगा।
 रालोद प्रमुऽ और मुजफ्रफरनगर के गठबंधन प्रत्याशी चौधरी अजित सिंह ने कहा कि इस चुनाव में भाजपा का सूपडा साफ हो जाएगा। उन्होंने 10 मिनट के अपने संक्षिप्त भाषण में कहा कि संविधान लोगों को सरकार बदलने की ताकत देता है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव भारत का भविष्य तय करेंंगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायधीशों ने प्रेस कांफ्रेंस कर देश के प्रजातंत्र को ऽतरा बताया था। अमित शाह मोदी के 50 साल राज करने और भाजपा के उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज के इसे आिऽरी चुनाव बताते है। इससे पता चलता है कि इस चुनाव का कितना महत्व है। 
अजित सिंह ने कहा कि मोदी ने 2014 में लोगों के अच्छे दिन आने का वायदा किया था। लेकिन लोगों के तो अच्छे दिन नहीं आए पर मोदी के अच्छे दिन जरूर आए। जो दिन में तीन बार सूट बदलते है और दुनिया के सैर सपाटे पर रहते है। रेडियों पर अपने मन की बात करते है और एक दिन में तीन बार टीवी पर बोलते है। उन्होंने कहा कि पहले मोदी जाएगा फिर योगी जाएगा।  
मंच पर मौजूद सतीश मिश्रा एवं जयंत चौधरी ने अपने विचार व्यत्तफ़ नहीं किए। मंच पर सबसे आगे तीन बडी कुर्सियां लगी थी। पहली कुर्सी पर अिऽलेश यादव और तीसरी कुर्सी पर चौधरी अजित सिंह बैठे थे तो मायावती बीच की कुर्सी पर बैठी थी। मायावती के चेहरे पर तेज और बोलचाल मे आत्म विश्वास स्पष्ट दिऽ रहा था। वह जनसभा में आई भीड देऽकर संतुष्ट दिऽी। एक लाऽ की क्षमता के अति आधुनिक बनाए गए पंडाल में 50 हजार से ज्यादा तो कुर्सियां लगी थी और बडी संख्या के इर्द-गिर्द और सडकों पर दो-तीन घंटे तक मुस्तैदी से ऽडे दिऽे। अिऽलेश यादव और मायावती चार्टेड प्लेन से सरसावा हवाई अड्डे पर उतरे और वहां से दो हैलीकाप्टरों के जरिए सभा स्थल के पास बने हैलीपैड पर पहुंचे। मंच पर उनके पहुंचने पर भीड ने काफी देर तक करतल ध्वनि कर उनका स्वागत किया। तीनों नेताओं ने हाथ हिलाकर भीड का अभिवादन स्वीकार किया। 
सरसावा हवाई अड्डे पर सपा प्रवत्तफ़ा एवं सहारनपुर नगर विधायक संजय गर्ग के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अिऽलेश यादव और मायावती का स्वागत किया और उन्होंने अिऽलेश यादव को सहारनपुर सीट की स्थिति को लेकर अपना आकलन भी बताया। सभा में गठबंधन के तीनों दलों के तमाम जनप्रतिनिधि, पूर्व विधायक, सांसद, मंत्री और संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। कुल मिलाकर यह भारी जनसैलाब वाली जनसभा पहले चरण के मतदान के नतीजों को प्रभावित करने वाली साबित हो सकती है और मतदान से पूर्व के इन तीन चार दिनों के दौरान चुनावी समीकरणों में उलटफेर भी संभव है।